हफ्ते भर के हर्षोल्लास के बाद मेरे शहर राँची में आज शांति है। हर साल की तरह इस साल भी राँची की गलियों में कई रातें दुर्गा पूजा पंडालों को नापते बीतीं। ये शहर हर साल बड़ी धूम धाम से दुर्गा पूजा का पुनीत पर्व मनाता है और इस वक़्त मानो सारा शहर ही उतर जाता है सड़कों पर। मुझे मालूम है कि जो इस शहर में रह चुके हैं वो भली भांति यहाँ इस वक़्त के माहौल को समझ सकते हैं। तो चलिए इस हफ्ते लगातार चलने वाली पंडाल परिक्रमा से उन लोगों की स्मृतियाँ फिर से जागृत हो्गी जो आज इस शहर से दूर हैं और जिन्होंने ये महोत्सव नहीं देखा वो ये महसूस करेंगे कि राँची में आगमन का ये सबसे अनुकूल समय है।
सत्य अमर लोक का पूजा पंडाल Satya Amar Lok |
पंडाल की खूबसूरत छत से लटकते झाड़फानूस |
दुर्गा के कई रूपों को चित्रित करती पंडाल की आंतरिक साज सज्जा |
माँ की पहली झलक ! |
माँ दुर्गा की पारंपरिक छवि |
लाल गुलाबी के साथ पुआल के रंगों का मनोहारी मिश्रण |
पूरे पंडाल का दृश्य |
पंडाल जाने वाले रास्ते पर विद्युत साज सज्जा |
भव्य गुम्बद के साथ रात में प्रकाशमान हरमू का काल्पनिक मंदिर |
माँ दुर्गा का रूप यहाँ कुछ हटकर था |
शाम के समय मंदिर का बाहरी रूप |
उत्सव के रंग में आस्था का हर रंग समा गया |
गाड़ीखाना पूजा पंडाल |
राँची के दुर्गा पूजा पंडालों की पंडाल परिक्रमा यूँ ही चलती रहेगी। इस श्रंखला की अगली कड़ी में देखिएगा बकरी बाजार के पंडाल को जिसे देख कर लगा कि मशहूर मैसूर पैलेस उठकर राँची आ गया हो। अगर आपको मेरे साथ सफ़र करना पसंद है तो फेसबुक पर मुसाफ़िर हूँ यारों के ब्लॉग पेज पर अपनी उपस्थिति दर्ज़ कराना ना भूलें। मेरे यात्रा वृत्तांतों से जुड़े स्थानों से संबंधित जानकारी या सवाल आप वहाँ रख सकते हैं।
झाड़ फानूस देख के तो मजा ही आ गया। आपकी पिछले साल के दुर्गा पूजा वाले पंडाल मुझे अभी भी याद हैं।
जवाब देंहटाएंजानकर खुशी हुई। :)
हटाएंसुंदर वर्णन! चित्र काफ़ी अच्छे आये हैं। हिंदी में पढ़ के अच्छा लगा.
जवाब देंहटाएंशुक्रिया.. पंडाल यात्रा तो अभी शुरु हुई है। राँची में दुर्गा पूजा की मन हरने वाली छटा को दिखाने का सिलसिला अभी चलता रहेगा। आशा है आगे भी इस सफ़र में आप साथ होंगे।
हटाएंEcstatic !! Missing Ranchi and the pandals. Thanks for the blog. Relived the memories.
जवाब देंहटाएंThank you Maám. I will try to show all the best durga puja pandals of Ranchi in this series.
हटाएंबहुत सुन्दर व आकर्षक पांडाल।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद !
हटाएंपिछले साल की भांति इस साल भी रांची देख लूंगा.. आपके साथ यात्रा जारी रहेगी सर जी... धन्यवाद..
जवाब देंहटाएंहाँ जरूर देखिए और बताइए कि आप को सबसे सुंदर पंडाल कौन सा लगा?
हटाएंशरद पूर्णिमा की हार्दिक मंगलकामनाओं के आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल रविवार (16-10-2016) के चर्चा मंच "शरदपूर्णिमा" {चर्चा अंक- 2497 पर भी होगी!
हार्दिक आभार !
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