इस साल मैं दुर्गा पूजा के समय आपको कोलकाता की गलियों में ही घुमाता रह गया। पर ऐसा नहीं कि दुर्गा की अराधना पश्चिम बंगाल में ही की जाती है। इसके पड़ोसी राज्यों झारखंड, उड़ीसा, असम और बिहार में भी ये बड़े उत्साह से मनाई जाती है। मेरा ख़ुद का शहर राँची जो जो रात दस बजते बजते उँघने लगता है, पूजा के समय कई रातों तक सोता ही नहीं है।
इस दुर्गा पूजा में राँची के सैकड़ों पंडालों में से एक दर्जन को मैंने चुना है पंडाल और उनमें स्थापित मूर्तियों की सुंदरता के हिसाब से... आज की इस पहली कड़ी में देखिए क्रम संख्या बारह से लेकर सात तक के पूजा पंडाल।
12. हटिया रेलवे सेटलमेंट कॉलोनी
गुफा के अंदर एक मंदिर और उसमें बनी सुंदर सी दुर्गा जी ..
11. गाड़ीखाना
हरमू बाइपास पर चलते हुए महेंद्र सिंह धोनी के घर को पार कर आप पहुँचते हैं गाड़ीखाना में जो राँची के सर्वश्रेष्ठ पूजा पंडालों में तो नहीं पर उनके आस पास जरूर होता है। इस बार पंडाल की बाहरी दीवार लकड़ी की चौखटों में बनी मानव आकृतियों और श्रीकृष्ण से सजाई गई थीं।
10. बाँधगाड़ी
खेलगाँव के रास्ते पर दीपाटोली कैंट के पास बने इस पंडाल में वैष्णव देवी की चढ़ाई को दिखाया गया था। पंडाल के शीर्ष पर माँ दुर्गा के नौ रूपों को प्रदर्शित किया गया था। माता की प्रतिमा के साथ भगवान शिव भी आकर्षित कर रहे थे यहाँ अपने इस नीलवर्ण अवतार में..9. कोकर
कोकर का इलाका हमेशा अपनी विद्युत साज सज्जा के लिए जाना जाता रहा है। इस बार भी वहाँ एफिल टॉवर और बिग बेन रौशनी से जगमगा रहे थे। बच्चों में लोकप्रिय कार्टून चरित्र सुपरमैन, बैटमैन, टार्जन व फैंटम भी अलग से जलवे बिखेर रहे थे।
पूरे पंडाल को टोकरियों की मदद से सजाया गया था।
पूरे पंडाल को टोकरियों की मदद से सजाया गया था।
8 . अरगोड़ा
अरगोड़ा के पूजा पंडाल में हैरी पॉटर के काल्पनिक जादुई विद्यालय की छवि उभारने की कोशिश की गई थी। हर साल से इस बार की ये थीम थोड़ी अलग व रोचक थी।
7 . कांटाटोली
काँटाटोली के पूजा पंडाल का नाम राँची के कलात्मक पंडालों में लिया जाता है। पंडाल की अंदरुनी साज सज्जा में कुछ नया करने की कोशिस यहाँ हमेशा रहती है। आइसक्रीम स्टिक का प्रयोग इस बार नया तो नहीं था पर मूर्ति में आधा शिव और आधी दुर्गा को चित्रित करना कुछ अनूठा जरूर लगा।
ये तो था राँची के शीर्ष के बारह पंडालों की यात्रा का पहला भाग।
राँची की दुर्गा पूजा पंडाल परिक्रमा
- भाग 1 : हटिया, अरगोड़ा, गाड़ीखाना, बाँधगाड़ी, कोकर, काँटाटोली
- भाग 2 : बाँग्ला स्कूल, सत्य अमर लोक, बकरी बाजार, रातू रोड
- भाग 3 : रेलवे स्टेशन
मेरी एक मित्र रांची से है,उससे काफी सुना था कि रांची का दशहरा बहुत अच्छा होता है।आज आपके माध्यम से देख भी लिया।बहुत बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंहर्षिता राँची में दुर्गा पूजा की भव्यता इसके बाद की कड़ियों में और उभर कर आएगी जब मैं यहाँ के श्रेष्ठ पंडालों की तसवीरों से आपको रूबरू करवाऊँगा। :)
हटाएंBahut sundar
जवाब देंहटाएंशुक्रिया !
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