कोंकण के समुद्र तटों की यात्रा में गणपतिपुले और कुनकेश्वर की यात्रा के बाद आज चलिए इस तट के सबसे खूबसूरत समुद्र तट चिवला व तारकर्ली की चित्रात्मक झाँकी पर। मालवण से दस किमी की दूरी के अंदर ही ये दोनों समुद्र तट स्थित हैं जहाँ चिवला का तट मालवण तट के उत्तर में हैं वहीं तारकर्ली इसके दक्षिण में है।दोनों ही तट अपनी नैसर्गिक खूबसूरती से आपका सहज ही ध्यान आकर्षित कर लेते हैं। जब हम चिवला के तट पर पहुँचे तो वहाँ दूर दूर तक सन्नाटा था। तट के किनारे कुछ नावें लगी थीं। उनके पीछे नारियल के पेड़ों का विशाल झुरमुट था।
चिवला की खूबसूरती कई कारणों से है। एक तो यहाँ गहरा नीला समुद्र का जल और दूसरी यहाँ की मुलायम सफेद स्याह रेत ।
फिर यहाँ का लंबा समुद्र तट और उसके किनारे नारियल के पंक्तिबद्ध पेड़ भी मन को मोहते हैं। पर इस तट पर जो लहरें आती हैं वो ज्यादा ऊँची नहीं उठती सो यहाँ तैरना तो हो जाता है पर उछलती लहरों द्वारा आपको आगोश में लिये जाने का डर नहीं रहता।
चिवला के बाद हमारा अगला पड़ाव तारकर्ली था। तारकर्ली नाम यहाँ बहने वाली नदी कर्ली के नाम से पड़ा है जो तारकर्ली से कुछ दूरी पर जाकर अरब सागर में मिल जाती है़।
अगर कैमरे को जूम करें तो तारकर्ली से मालवण का सिन्धुदुर्ग भी नज़र आ जाता है।
अगर कैमरे को जूम करें तो तारकर्ली से मालवण का सिन्धुदुर्ग भी नज़र आ जाता है।
तट के बगल में ही MTDC का रिसार्ट है। उसके आगे बढ़ने पर सुरु के इन पेड़ों की ये हरी भरी कतारें नज़र आती हैं।
तारकर्ली भी काफी लंबा चौड़ा तट है। अगर आप इसके उत्तरी सिरे को पार कर जाएँ तो फिर देवबाग तट होते हुए आप कर्ली नदी के मुहाने तक पहुँच सकते हैं। वहीं दक्षिणी सिरे से आप सिन्धुदुर्ग से सटे मालवण के समुद्र तट तक पहुँच सकते हैं। पर दिन के दो बजे की तपती धूप और तट पर मात्र डेढ़ घंटे का समय मुझे इस इलाके की ज्यादा टोह नहीं लेने दे पाया।
समुद्र में नहाने समय एक बात का ध्यान रखें कि कहीं कोई जेलीफिश आपसे ना चिपक जाए क्यूँकि वे अपने दंश से आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं। हमें जेलीफिश तो नहीं दिखी पर कुछ स्टारफिश जरूर दिखाई दीं। स्टारफिश वास्तव में मछली ना होकर छोटा सा जानवर है जो पानी में अपने नन्हे पैरों से चलता है। सामान्यतः स्टारफिश का शरीर पाँच पतले हिस्सों में बँटा होता है।
समुद्र में नहाने समय एक बात का ध्यान रखें कि कहीं कोई जेलीफिश आपसे ना चिपक जाए क्यूँकि वे अपने दंश से आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं। हमें जेलीफिश तो नहीं दिखी पर कुछ स्टारफिश जरूर दिखाई दीं। स्टारफिश वास्तव में मछली ना होकर छोटा सा जानवर है जो पानी में अपने नन्हे पैरों से चलता है। सामान्यतः स्टारफिश का शरीर पाँच पतले हिस्सों में बँटा होता है।
तारकर्ली में निजी व सरकारी कई रिसार्ट हैं। तट के किनारे धूप से बचने के लिए झोपड़ियाँ भी बनी हैं पर अगर साथ बने रिसार्ट में ठहरे हों तो इन खूबसूरत छतरियों के नीचे भी समुद्र तट की खूबसूरती को अपनी आँखों से पी सकते हैं।
पर MTDC के झोपड़ीनुमा कमरे रहने को मिल जाएँ तो समझिए आनंदम ही आनंदम। समुद्र से नजदीकी और लज़ीज कोंकणी पकवान का जायक़ा लेने के लिए आदर्श जगह है ये।
पर MTDC के झोपड़ीनुमा कमरे रहने को मिल जाएँ तो समझिए आनंदम ही आनंदम। समुद्र से नजदीकी और लज़ीज कोंकणी पकवान का जायक़ा लेने के लिए आदर्श जगह है ये।
यदि आप रोमांच पसंद करते हैं तो तारकर्ली के समुद्र तट पर स्नारकेलिंग और स्कूबा डाइविंग की भी सुविधा है। यहाँ के पारदर्शक जल में आप बीस फीट नीचे तक झाँक सकते हैं।
दिन का भोजन यहाँ करने के बाद हमारा कुछ समय पास के गणेश मंदिर में बीता। इस मंदिर का निर्माण इस इलाके के प्रसिद्ध ज्योतिष जयंतराव सालगांवकर ने किया था। उन्होंने अपने पैतृक निवास को ही मंदिर में तब्दील करवाया। मंदिर के अंदर आठ भिन्न मुद्राओं में गणेश जी की परंपरागत प्रतिमाएँ हैं जिन्हें अष्टविनायक के नाम से भी जाना जाता है।
कोंकण से जुड़ी इस श्रंखला की सारी कड़ियाँ (Beaches of Konkan)
- आराधना और प्राकृतिक सुंदरता का संगम : गणपतिपुले Ganpatipule
- क्यूँ बना समुद्र तट पर कुनकेश्वर का महादेव मंदिर ? Kunkeshwar
- कोंकण के नयनाभिराम समुद्र तट : चिवला व तारकर्ली Chivla and Tarkarli !
- मालवण का डांडी समुद्र तट Dandi
बहुत सुंदर !
जवाब देंहटाएंशुक्रिया सुशील जी
हटाएंबहुत खूबसूरत जगह है ...सुन्दर फोटोग्राफी
जवाब देंहटाएंहाँ वो तो है..चित्रों को सराहने के लिए धन्यवाद !
हटाएंसफ़ेद रंग की रेत,नीले आसमान और नीले समुद्र के मध्य चित्र बहुत आकर्षक लग रहे हैं,पिछली पोस्ट भी काफी अच्छी है ,अभी तक मुझे लगता था कोकण के समुद्र तटों के मध्य सिर्फ उडुपी ही धार्मिक महत्व की जगह है,पर आपकी पोस्ट ने ये भ्रम तोड़ दिया
जवाब देंहटाएंकोंकण के समुद्र तट तो खूबसूरत हैं ही इबके बीच सिंधुदुर्ग विजयदुर्ग व देवगढ़ की ऐतिहासिक विरासत भी है :)
हटाएंI have been to Tarkali and stayed in MTDC resorts. Its one of the best for sure. Your posts rewind memories when I visited Tarkali years ago. At that time mobile network was not working there and only a pco was there. Is it the same till-date?
जवाब देंहटाएंWell as I have indicated in my post that we spent only few hours in Tarkarli. Our stay was at Malvan and not at MTDC resort though we did enjoy their lunch.. Didn't notice that PCO & our mobiles were working fine when we were there.
हटाएंFrom natural beauty perspective I liked Chivla more than Tarkarli !
I like the beauty ...more than peace which is rarity on beaches
जवाब देंहटाएंKonkan is still unknown in comparison to its nearby sibling Goa ! Thats why u can still find combination of beauty with tranquility here :)
हटाएंI wish to go there
जवाब देंहटाएंThen move to Mumbai from Delhi and take a road to Goa..in route u will find all these beaches :)
हटाएंVery Very beautiful.
जवाब देंहटाएंShukriya !
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