डगर थाइलैंड की इस श्रंखला में अब तक आप पढ़ चुके हैं
राँची से बैंकाक और फिर
बैंकाक से फुकेट आने की दास्तान। आज की इस पोस्ट में आपको ले चलेंगे फुकेट के सबसे बड़े थियेटर व थीम पार्क फुकेट फैंटासी में। नाम के अनुरुप फुकेट फैंटासी थाइलैंड के अतीत को वृहद स्टेज पर उतारने की कल्पनात्मक अभिव्यक्ति भर है। फुकेट के अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों की तुलना में फैंटासी अपेक्षाकृत मँहगा पर सबसे लोकप्रिय शो भी है। अब प्रति व्यक्ति Rs 3500 से 4000 तक के टिकट को सस्ता तो नहीं कहा जा सकता पर पैकेज के तहत लेने पर इसमें छूट मिलती है।
फुकेट फैंटासी फुकेट की Kamala Beach पर जिसे काथू स्थित हमारे होटल से जाने में आधे घंटे लगते थे। पर इस बार हमारी गाड़ी में कुछ और लोग भी थे जिन्हें ले कर थीम पार्क तक पहुँचते पहुँचते शाम के पौने सात बज गए। यूँ तो दुनिया भर के अलग अलग हिस्सों से आए विदेशियों की झलक हमें काथू स्थित होटल से ही मिल गई थी पर इस थीम पार्क के प्रांगण में आ के लगा कि हम सही में किसी अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल पर पहुँच चुके हैं। जिधर देखों अलग अलग नाक नक्श व भाषा बोलने वाले लोग दिखाई दे रहे थे। थीम पार्क में हमें करीब ढाई से तीन घंटों का वक़्त गुजारना था जिसका मुख्य आकर्षण हाथियों के महल में होने वाला एक घंटे का सांस्कृतिक कार्यक्रम और उसके पहले वृहद स्तर पर आयोजित रात्रि भोजन था।
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At the entrance of Phuket FantaSea जादुई पहाड़ के सामने |
फैंटासी के मुख्य द्वार के पास ही एक छोटा सा पहाड़ है जिसे यहाँ Magic Mountain यानि जादुई पहाड़ की उपमा दी जाती है। परिसर के अंदर घुसते ही हमने अपने आपको Carnival Village के अंदर पाया। पर ये नाम को ही गाँव था। हर तरफ चमचमाती रंग बिरंगी रौशनियों से चमकती दुकानों के मध्य से गुजरना बच्चों में स्वाभाविक उत्साह ले आया।
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Yak Attack...मेरे हमले से बच के तो दिखाओ ! |
वैसे भी ये हिस्सा उनके मनोरंजन को ध्यान में रखकर ही बनाया गया है। कही
निशाने लगाने की धूम थी तो कहीं डिस्नी के आदमकद किरदारों के साथ नृत्य
करने का अवसर। फिर खेल और खिलौने का आकर्षण तो अलग था ही..
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आप नहीं करेंगे हमारे साथ नृत्य ? |
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तारे जमीं पर.. :). |
इस खूबसूरत परिवेश में चहलकदमी करते हुए अचानक दूर से ही रंग बिरंगी आभा बिखेरता एक आहाता दिखाई दिया । अहाते के अंदर प्रवेश करते ही हमारी आँखें फटी की फटी रह गयीं। रंगों के इस दंगे को देख कर हम भी बच्चे बन गए। जिधर नज़र जाती इस आकर्षक साज सज्जा को कैद करने के लिए कैमरे का ट्रिगर दब ही जाता था।
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काश इन गुड्डे गूड़ियों के साथ हमें भी एक दिन रहना नसीब हो पाता ! |
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रंगों का कैसा अद्भुत संयोजन ! |
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अरे ये कोई महल नहीं Souvenir Store है ! |
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इन तोतों का साक्षात दर्शन तो हमने बैंकाक में किया पर Stuffed Toys की इस दुकान में ये बड़े खूबसूरत दिख रहे थे। |
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इतना छोटा और चमकदार चिड़ियाघर आपको देखने को कहाँ मिलेगा ? |
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कुछ रिझाने के लिए तो कुछ डराने के लिए..... |
Carnival Village के बगल में बाघों का एक घर है जहाँ आप उन्हें अपने आस पास टहलता देख सकते हैं। समय आभाव की वज़ह से हम वहाँ नहीं जा सके। हमारा अगला पड़ाव था Golden Kinnare जहाँ रात्रि भोज कर हमें Phuket Fantasea के मुख्य आकर्षण का जायज़ा लेना था। क्या Golden Kinnare क तेज सचमुच स्वर्णिम था? भोजन के क्या विकल्प थे हमेरे लिए आयोजित इस वृहत बुफे में। हाथियों के महल में क्या सिर्फ हाथी थे? इन सारे प्रश्नों के जवाब मिलेंगे इस श्रंखला की अगली कड़ी में।
थाइलैंड की इस श्रंखला में अब तक
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ये तो किसी कल्पना की दुनिया के समान प्रतीत हो रहे हैं। आपकी फोटो अच्छी लग रही है। आपका प्रत्येक लेख बहुत रोचक होता है।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया स्वर्ण लिपि साथ बने रहने का। आगे भी ये रोचकता बनी रहे ऐसी आशा है।
हटाएंYour tour planing very good and perfect. Photo Graph so nice. Thanks and iam wating your next Post.
जवाब देंहटाएंThanx for appreciation ! Next part is published. Hope u will enjoy it too.
हटाएंThanks;;
जवाब देंहटाएंसाथ बने रहने का शुक्रिया..
हटाएंnice post
जवाब देंहटाएंशुक्रिया हर्षिता !
हटाएं:) थाईलैंड यात्रा भी जापान यात्रा की ही तरह रोचक लग रही है....
जवाब देंहटाएंकोशिश करूँगा कि रोचकता बनी रहे :)
हटाएंWhite hathi se v miliye....
जवाब देंहटाएंVery helpful for trip planning... Pics are great...
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