बचपन से इतिहास पढ़ते हुए हमने देखा है कि किस तरह प्रकृति के विविध रूपों की आदि काल से आराधना की गई। अग्नि, वायु, वर्षा, धरती जैसे प्रकृति के अंगों को मानवजाति ने देवता के रूप में पूजना शुरु कर दिया। कहने का मतलब ये कि धर्म और प्रकृति का संबंध आदि काल से अटूट रहा है। इस संबंध को फिर से उजागर कर रही है आज की चित्र पहेली। फर्क सिर्फ इतना है कि जिन प्राकृतिक रूपों से धर्म के प्रतीक चिन्हों का निरूपण करने की कोशिश की गई है वे मानव निर्मित हैं। आपको बस इतना बताना है कि ये रूप विभिन्न धर्मों के किस प्रतीक को दर्शा रहे हैं?
चित्र 1
संकेत 1 : जैसा कि अंतर सोहिल ने अपने जवाब में लिखा है ये प्रतीक सिख धर्म से जुड़ा हुआ है।
संकेत 2 : ये चिन्ह गुरु गोविंद सिंह की प्रस्तावित धार्मिक विचारधारा का प्रतिरूप है।
संकेत 2 : ये चिन्ह गुरु गोविंद सिंह की प्रस्तावित धार्मिक विचारधारा का प्रतिरूप है।
संकेत 3 : चित्र का संबंध सिखों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले शस्त्रों से है।
चित्र 2
संकेत 1 : ये आकृति बौद्ध धर्म से जुड़ी हुई है।
संकेत 2 : इसका संबंध गौतम बुद्ध द्वारा दी गई मुख्य शिक्षाओं से है।
संकेत 3 : बुद्ध का कहना था कि चत्र में निरूपित विचारधारा के पालन से जीवन में दुखों का अंत होता है और आत्मज्ञान की प्राप्ति होती है।संकेत 2 : इसका संबंध गौतम बुद्ध द्वारा दी गई मुख्य शिक्षाओं से है।
संकेत तो आपको मिल गए। अब इन संकेतों के मद्देनज़र इन चित्रों को फिर से देखिए। शायद वे आपको सही उत्तर तक पहुँचाने के लिए काफी हों।
इस पहेली का उत्तर सोमवार को इस ब्लॉग की अगली प्रविष्टि में दिया जाएगा।
1> Sikhism
जवाब देंहटाएं2>
अंतर आप सही रास्ते पर हैं। पहला चिन्ह सिख धर्म से ही संबंधित है पर उसे क्या कहा जाता है ये आपको बताना है। पहेली के सही हल तक पहुँचने के लिए कुछ और संकेत दिए हैं। शायद वो आपको सही उत्तर तक पहुँचने में मदद करें।
हटाएं१. एक ओंकार.
जवाब देंहटाएंमहेंद्र नाग जी ये सही जवाब नहीं है।
हटाएं1> Khanda symbol of Sikhism.
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
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