मुन्नार में चाय बागानों के बीचों बीच एक प्रहरी की तरह एक वृक्ष हमेशा दिखायी पड़ेगा। इस वृक्ष का नाम है सिल्वर ओक (Silver Oak) जिसे जीव वैज्ञानिक Grevillea Robusta के नाम से जानते हैं।
सिल्वर ओक मूलतः आस्ट्रेलिया का पेड़ है जिसे वहाँ सिल्क या सिल्की ओक के नाम से भी पुकारा जाता है।चाय बगानों की कतारों में बराबर दूरी पर लगाया जाने वाला ये पेड़ , बागानों की खूबसूरती को एक अलग रंग देता है। पर क्या सिर्फ सुंदर दिखने के लिए बागान मालिक इसे लगाते है?
नहीं ऍसा नहीं है। चाय बागानों में सिल्वर ओक एक हवा प्रतिरोधक का काम करता है, चाय के पौधों को छाया प्रदान कर अत्याधिक गर्मी से बचाता है। इसलिए इसे शेड ट्री की श्रेणी में भी रखा जाता है। इसके आलावा जलवाष्प को खींच कर ये मिट्टी की गुणवत्ता में वृद्धि करता है।
दिसंबर में जब हम मुन्नार गए तब इसके पेड़ में फूल नहीं थे। पर मैंने कई चित्रों में इस पेड़ को सफेद और हल्के बैंगनी रंग के फूलों से लदा देखा है। हमारे समूह ने इन्हें जिन रंगों में देखा वो आपके सामने है।
(सभी चित्र मेरे और मेरे सहयात्री पी. एस. खेतवाल के कैमरे से)
हरियाली एक बार फिर मन मोह गई.
जवाब देंहटाएंLovely pics.! I'll visit ur blog regularly.There are seven silver oaks in front of my house in Delhi.
जवाब देंहटाएंमन तरोताजा हो गया ऐसी तस्वीरें देखकर. आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत,आंखों को ताजगी और ठंडक पहुंचाने के लिए थैंक्स...
जवाब देंहटाएंsundar chitra evam badhiya.n jankari
जवाब देंहटाएंRakhshanda has also endorsed what i told u .we support each other alvez.
जवाब देंहटाएंवाह मुनीश भाई तब तो इन पेड़ों के बारे में तो आप कुछ और भी बता सकते हैं। वैसे तसवीर जरुर बाँटिएगा उन सात सिल्वर ओकों की !
जवाब देंहटाएंसिल्वर ओक के बारे में यह जानकारी देने के लिये शुक्रिया
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